होली, दिवाली, रक्षाबंधन, दशहरा आदि हमारे मुख्य त्योंहार है ! इन त्योंहारों में रक्षाबंधन का त्योंहार मुझे सबसे अधिक प्रिय है ! यह त्योंहार भाई-बहन के निस्वार्थ प्रेम का प्रतिक है ! भाई-बहन के पवित्र प्रेम के साथ ही इसमें जो सादगी है, वह किसी दुसरे त्योंहार में नहीं है ! दिवाली में दीयों की रोशनी होती है ! होली में रंग और गुलाल की धूम मची होती है ! दशहरे में दिन भी बडा धूमधाम से होता है, लेकिन रक्षाबंधन का त्योंहार मानाने के लिए पवित्र हार्दिक प्रेम के सिवा अन्य किसी भी चीज की जरुरत नहीं पड़ती !
राखी का त्योंहार श्रावणी पूर्णिमा को मनाया जाता है ! उस समय मोसम बहुत सुहावना होता है ! आकाश में बिजली मोनो अपने भाई बादलों को राखी बांधने के लिए अधीरता प्रकट करती दिखाई देती ! यहाँ त्योंहार हर भाई को अपनी बहन के प्रति अपने कर्तव्य की याद दिलाता है ! बहन भाई को प्यार से राखी बंधती है और भाई मन ही मन अपनी बहन की रक्षा की जिमेदारी स्वीकार करता है ! राखी से बही बहन के बीच स्नेह का पवित्र बंधन और मजबूत हो जाता है !
अभी तक लोग यही मानते आये है कि अबला होने के नाते नारी राखी बांधकर अपनी रक्षा का भर भाई पर डालती है ! किन्तु वास्तव में वह भाई को केवल अपनी रक्षा का ही नहीं, बल्कि सारी नारीजाति की रक्षा का भार सौंपती है ! राखी बांधकर वह अपने भाई को सक्ती और साहस का मंत्र देती है और उसके कल्याण की कामना करती है इसलियें ऐसे पवित्र त्योंहार को उत्साह और आनंद से मनाना चाहिए !
चित्तौड़ की राजमाता कर्मवती ने मुग़ल बादशाह हुमायूँ को राखी भेजकर उसे अपना भाई बनाया था और वह भी संकट के समय बहन कर्मवती ली रक्षा के लिए चित्तौड़ पहुच गया था ! हुमायूँ ने गुजरात के बादशाह बहादुरशाह के साथ युद्ध करने का निश्चय किया ! यह राखी की ही शक्ति थी की हुमायूँ ने खुद मुसलमान होकर भी एक हिंदू नारी के सम्मान की रक्षा के लिए एक मुस्लमान बादशाह से युद्ध किया !
मेरी इकलौती बहन मुझसे दूर रहती है ! इसलिए रक्षाबंधन के दिन जब वह हमारे घर आती है, तब मेरी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहता ! बचपन की समर्तियाँ उमड़ पड़ती है और ख़ुशी के मारे आँसू ढूलक पड़ते है ! बहन की ममता, स्नेह और मंगल भावनाएँ मुझे नवजीवन प्रदान करती है ! मुझे अनोखे आनंद का अनुभव होता है ! रक्षाबंधन का त्योंहार ‘भैया, मेरे राखी के बंधन को न भुलाना’ कहने वाली बहन की यद् हमेशा बनाये रखता है ! इसलिए यहाँ मेरा प्रिय त्योंहार है !