December 31, 2013

दुरदर्शन से लाभ-हानि | हिंदी निबंध

Doordarshan-se-laabh-hani
credit: en.wikipedia.org
आधुनिक विज्ञान ने जहाँ युद्ध, चिकित्सा, यातायात आदि क्षेत्रों में चमत्कार किया है| मनोरंजन के क्षेत्र में भी उसका योगदान कम महत्त्वपूर्ण नहीं है| चमत्कारों में रेडियो और सिनेमा ने अपनी लोकप्रियता चरम सीमा तक पहुँचा दी थी| किन्तु जब से दुरदर्शन का अविष्कार हुआ है, तब से इसकी धाक सर्वत्र जग गई है| दुरदर्शन का अंग्रेजी नाम टेलिविजन है, जिसका संक्षिप्त रूप टी.वी., आज बच्चे-बच्चे की जुबान पर है और दिन-प्रतिदिन विभिन्न नगरों में इसका प्रचार बढ़ता जा रहा है|

जीवन में कार्य का महत्त्व | हिंदी निबंध

Work Hard -Hindi Essay
credit: http://gouncommon.com/node/60
जीवन में कार्य करने का अर्थ हैं मेहनत लगन और ईमानदारी से अपने काम को करना| कार्य की बड़ी महिमा है बिना कार्य के जीवन का कोई मूल्य नहीं है|

कार्य करना करते रहना ही सफलता की पूंजी है| कार्य के पौधे पर ही सफलता के फूल खिलते हैं| सचमुच कार्य ही सच्ची पूजा है, कार्य ही सच्ची साधना है| किसान के कार्य से ही सबका पेट भरता है| मजदूरों के कार्य से ही कही कारखाने चलते है| चालको के कार्य से ही रेलगाड़ियाँ और विमान लाखों लोगो को दूर-दूर ले जाते है और आवश्यक वस्तुओं की हेर-फेर होती है| अस्पतालों में डाक्टरों और नर्सो का श्रम ही रोगियों को नया जीवन देता है| विद्यार्थी श्रम करके ही विद्या एवम् योग्यता प्राप्त करते है| कार्य में रत रहकर ही बड़े-बड़े वैज्ञानिकों ने अदभुत अविष्कार किए है| काम करके ही कलाकारों ने अदभुत कला की सृष्टि की है| श्रम के बल पर ही मनुष्य विज्ञान में आगे बढ़ा है, चाँद पर पहुँच सका है| सभ्यता और संस्कृति के विकास के मूल में कार्य ही है|

December 5, 2013

बरसात के मौसम का पहला दिन | हिंदी निबंध

Rain-Barsat-Hindi-Essay
Rain
आज सुबह से गर्मी थी| ज्यों-ज्यों सूरज आसमान में चढ़ने लगा, त्यों-त्यों बेचैनी बढ़ने लगी| हवा बन्द और धुप तेज| किसी को चैन नहीं| सब के मुँह से "ऊफ" निकालने लगे| धुप देखते ही आँखें चौधियाँ जाती| इस भीषण गर्मी और उष्णता को देखकर अनुभवी लोग कहने लगे, आज वर्षा होगी, गर्मी चरम सीमा पर पहुँच गई है| किसी काम में जी नहीं लगता, परेशानी बन गई है, नींद हराम हो गई है|

December 4, 2013

विज्ञान से लाभ-हानि | हिंदी निबंध

Science
Science
विज्ञान आधुनिक युग की देन है| आज विज्ञान के कारण हमारे बहुत से काम शीघ्र और सुविधापूर्वक हो जाते हैं| पिछले जमाने में औरत घर में खुद हाथ से चक्की पर आटा पिसती थीं, कुएँ से पानी भारती थीं, पुरुष खेतों में हल जोतते थे, मिट्टी के बर्तन बनाते थे| पर अब कितना परिवर्तन हो गया है| क्या आपके घर में स्वयं चक्की चलाकर आटा पिसा जाता है ? कुएँ पर पानी भरने जाना पड़ता है ? नहीं हमारे घर में नल हैं, बिजली की चक्की पर आटा पिसा जाता है और अब तो खेतों में ट्रक्टर का उपयोग होने लगा है| गर्मी से छुटकारा पाने के लिए बिजली का पंखा, मनोरंजन के लिए रेडियो, टेलीविजन और फिल्मे हैं| यात्रा के लिए बसें, गाड़ियाँ, हवाई जहाज और पानी के जहाज हैं| आवागमन के इन साधनों से हमें बहुत दूर नहीं लगते| चाँद पर पहुँच कर तो मनुष्य ने अपनी बुद्धि की श्रेष्ठता का प्रमाण दिया है| आज अंतरिक्ष आकाश का रहस्य जानने के लिए हम प्रयत्नशील हैं|

November 30, 2013

रेलवे स्टेशन पर एक घंण्टा | हिंदी निबंध

Indian Railways
Indian Railways
पिछले वर्ष गर्मी की छुट्टियों में अपने मित्रों के साथ बम्बई से आबू पर्वत जा रहा था| गाड़ी छूटने के लगभग एक घंटा पहले हम रेलवे स्टेशन पर जा पहुँचे|

स्टेशन के बाहर टैक्सीयां का ताँता लगा हुआ था| मोटर-गाड़ियाँ रास्ता रोक कर खड़ी थीं| लाल पगड़ी वाले कुली यात्रियों के पास पहुँचकर सामान उतारने के पहले मजदूरी तय कर रहें थे| स्टेशन में टिकट घर के सामने तिल धरने की जगह न थी|

November 27, 2013

बस-विराम पर आधा घंण्टा | हिंदी निबंध

शहरों में देहात की अपेक्षा यातायात की सुविधा अधिक है| लोकल ट्रेन, बस, ट्राम, घोड़ागाड़ी, रिक्शा, टैक्शी अनेक सवारियाँ मिलती हैं| इसमें से बस यात्रा करना लोग अधिक पसन्द करते हैं, क्योंकि इसमें भाड़ा कम लगता है| गन्तव्य तक पहुँचा देती है| घर से रेलवे दूर है | ट्राम हमारे शहर से खत्म कर दी गई है| रिक्शा की अनुमति नहीं है| घोड़ागाड़ी और टैक्शी महँगी पड़ती है| इसलिए बस-विराम पर ही प्रतीक्षा करना मैंने ठीक समझा|

November 24, 2013

वर्तमान जीवन में जल का महत्त्व | हिंदी निबंध

Water drop
Water drop
हमारे कृषिप्रधान भारत में जल का अधिक महत्त्व है| आषाढ़ मास से जल के अमृत बिन्दुओं का स्पर्श होता ही धरती से सीधी गंध उठने लगती है| कई दिनों की धरती की प्यास बुझ जाती है| शीतल मधुर जल पाकर पेड़-पोधे हरे-भरे होने लगते है| चारों और हरियाली छा जाती है| रंग-बिरंगे फूलों पर रंगबिरंगी तितलियाँ मँडराने लगती है| बादलों की गड़गड़ाहट सुनकर मोर अपने मनोहर पंख फैलाकर नृत्य करने लगते है| बाल-मदलियाँ वर्षा ऋतू में 'हो-हो' की ध्वनि से वातावरण को गुंजित करने लगती है|